ध्याबर मे लगैना उ लाली मन परत महिन!!
अमर चौधरी
भगत पुर , कैलाली
चमेली फुला फुलल डाली मन परत महिन!!
ध्याबर मे लगैना उ लाली मन परत महिन!!
आउर जहन कनि कसिन कसिन मन परत !!
फुरसे काहाटु गोरी से काली मन परत महिन!
उ तिर्छि नजर से चुपा चुपा महिन हेर्ति रनहा!
सुशील सुन्दर बोल्नहा साली मन परत महिन
भ्वाज कर्लसे लाहेर जाई बेला सप्रना सिंगर!!
कनि काजे कानक कन्बाली मन परत महिन!
सालिन जात्रा सुग्घर थुन्यार रहित तर महिन !!
सुखदुखम साथ देना घरवाली मन परत महिन
ध्याबर मे लगैना उ लाली मन परत महिन!!
आउर जहन कनि कसिन कसिन मन परत !!
फुरसे काहाटु गोरी से काली मन परत महिन!
उ तिर्छि नजर से चुपा चुपा महिन हेर्ति रनहा!
सुशील सुन्दर बोल्नहा साली मन परत महिन
भ्वाज कर्लसे लाहेर जाई बेला सप्रना सिंगर!!
कनि काजे कानक कन्बाली मन परत महिन!
सालिन जात्रा सुग्घर थुन्यार रहित तर महिन !!
सुखदुखम साथ देना घरवाली मन परत महिन