मुक्तक
टूहार फोटू चोराइल नै हु
सोच्थु मजा बौराइल नै हु
कैसिक चलता यि दुनियाँ
बातु बिग्रल ओराइल नै हु
बिग्रल चुक्कू
तुहार उ सम्झना जिए नै देहथो
प्रदेश मा मजा से पिए नै देहथो
खै कसिक भुलैना हो तुहि निष्थुरी
सदा नुक नुक का मिलल याद जिया नै देहथो
प्रदीप ( प्रान्त )
मोहनी लगइना तोहर, चाल देख्के ।
फिदा हुइगिलबातु लम्बा, बाल देख्के ।
चुमेबेर चुम्ती मजा, लागेवाला जैसिन ।
देखइती रहना उहे गोहर, गाल देख्के ।
बलराम जुत्कही
बास बैठ्ना घर नाइ रहे, सहर दैदेलो !
मरेकतन रहुँ मै मनो, जिना रहर दैदेलो !
जब मिहिनसे साथ बितैना समय हुइल तो !
अमृत नाइ दैके आज मिहिन, जहर दैदेलो !
युनिक(जुत्कही)
तोहरसंग कसम खाइल याद खास बा प्यारी ।
अइबो एकदिन मोरथन कना आस बा प्यारी ।
तु मानो या नामानो मइ तुहिन हे माया करथु ।
तोहर अशरामे जितिरहना आख्री सास बा प्यारी ।
युनिक(जुत्कही)
मिहिन छोड्के मोर जिन्दगी, बेकार बनादेलो ।
धनी आउर गरीब छुट्याके, प्रकार बनादेलो ।
ऐसिन का गल्ती हुइगिल रहे, इ भाग्यसे कि ।
माया मइ नाइकरे पइना, सरकार बनादेलो ।
युनिक(जुत्कही)