नजर से"उ नजर जुझाक हेरो छैली
बिर बहादुर कुसुम्या जलन
त्रिपुर १२ दुबिचौरा दाङ
नजर से"उ नजर जुझाक हेरो छैली
मैयक गित टु गुन"गुनाक हेरो छैली
भेटैबो छुट्ट संसार डुल्बो जब दिलम
लाल डोपट्टा आज उराक हेरो छैली
टुँहार चंचल /निश्चल पबित्र मैयाँ ले
जुनि जुनि भर सु"म्सुमाक हेरो छैली
याद बन्क रहि हमार बितल जिन्दगी
रमैटी आपन मन" भुलाक हेरो छैली
साथ हरपल टुहिन देना लागत कसम
चह्रल जवानी महिसे लुटाक हेरो छैली