रहल ईज्जतफे आज माटिम मिलल

रहल ईज्जतफे आज माटिम मिलल
कबु नि चोखैना बात खाटिम मिलल
गल्ति निहो मोर महि हेपके ना कहो
कर्नै दोसरजे लवन्डा जाटिम मिलल
अत्रा सम्झैनु तबु फे अक्को नि मन्नै
काहुइल पुछ्नु उबात छाटिम मिलल
टु अइसिन हुइबो कैके सोचल नि रहु
करल भरोसा खट्यक पाटिम मिलल
काकरु अब कुछु समझमे नि आईथो
लागल आगि नि बुट्ना बाटिम मिलल