तुहि से बात करल सम्झाथु बद्री थर्कथा सानू
गजलकार -मस्तैला भाटुँ
तुहि से बात करल सम्झाथु बद्री थर्कथा सानू !!
चिटिङ्गा घामम फे मैयाँक पानी बर्षाथा सानू !
रात दिन आँसु बहात तुहार कलिलो मायाम !!
पागल हुईल फोक्स मफे टेलुवा उम्रथा सानू !
लागे जनाल छुट्ना गर्हो हुईता प्रदेशम हुका !!
बसिया तसिया मैयाँम फ्य मन मर्जिथा सानू !
हिवाई जान्लो प्यारो मिलान बिछोडक बात !!
जुनेली रातम मन तस्बिर फ्य सम्झाथा सानू !
जबा देलो मैयाँ महि पागल जस्त बनाका त !!
पानी पिका म्वार प्याट अज्काल भर्था सानू !
चिटिङ्गा घामम फे मैयाँक पानी बर्षाथा सानू !
रात दिन आँसु बहात तुहार कलिलो मायाम !!
पागल हुईल फोक्स मफे टेलुवा उम्रथा सानू !
लागे जनाल छुट्ना गर्हो हुईता प्रदेशम हुका !!
बसिया तसिया मैयाँम फ्य मन मर्जिथा सानू !
हिवाई जान्लो प्यारो मिलान बिछोडक बात !!
जुनेली रातम मन तस्बिर फ्य सम्झाथा सानू !
जबा देलो मैयाँ महि पागल जस्त बनाका त !!
पानी पिका म्वार प्याट अज्काल भर्था सानू !